Hindi Translation of my poem "Virus of Love"
Translated by Tripti Mishra
उड़न छू था तुम्हारा प्यार,
ये मैंने जाना।
उड़न छू एहसास और यादें उड़न छू ,
मैंने छूआ और जाना,
तुम थे उड़न छू।
जब से गए हो ...तुम्हारी आत्मा उड़न छू,
उड़न छू मेरा दर्द नहीं हो सकता,
ये लाखों चुभती सुइयाँ,
उड़न छू नहीं होंगी कभी यादें मेरी।
स्थानांतरण जैसे,
उड़न छू नहीं हो सकता ये प्यार,
क्यूंकि तुम्हारा एड्स वायरस है मेरे पास।
All Copyrights Reserved
Swati Sevlani
Translated by Tripti Mishra
उड़न छू था तुम्हारा प्यार,
ये मैंने जाना।
उड़न छू एहसास और यादें उड़न छू ,
मैंने छूआ और जाना,
तुम थे उड़न छू।
जब से गए हो ...तुम्हारी आत्मा उड़न छू,
उड़न छू मेरा दर्द नहीं हो सकता,
ये लाखों चुभती सुइयाँ,
उड़न छू नहीं होंगी कभी यादें मेरी।
स्थानांतरण जैसे,
उड़न छू नहीं हो सकता ये प्यार,
क्यूंकि तुम्हारा एड्स वायरस है मेरे पास।
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Swati Sevlani
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